भगवान नहीं बनना चाहता
मुझे बोधि ज्ञान की प्राप्ति न हो
कोई बात नहीं
मैं साधारण मानव ही रहना चाहता हूँ
मैं अपनी पत्नी और बच्चे को नहीं छोड़ना चाहता
न मैं घर - परिवार को
न इस संसार को
मृत्यु अटल सत्य है
यह पता है मुझे
लेकिन जब तक जीवन है
अपनों के लिए कुछ करना है
वे मेरी जिम्मेदारी है
मेरा कर्तव्य है
उनके लिए जो त्याग करना होगा
वह करूंगा
पर उनका त्याग कदापि नहीं
स्वर्ग को किसने देखा है
अपेक्षा भी नहीं है
मेरा स्वर्ग यही मेरा घर है
उसका सुख मुझे परिवार के साथ में हैं
मानव हूँ मानव ही बना रहूँ
ईश्वर बनना नहीं है
महान बनने की चाह भी नहीं है
बस घर - परिवार के साथ रहना
इससे ज्यादा नहीं कुछ कहना
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