Tuesday, 1 February 2022

खुदा बचाये ऐसे मेहमानों से

वे मेरे घर आए
मेहमान बनकर
हमने भी खूब मेहमान नवाजी की 
मेजबान बनकर
खातिरदारी में कोई कसर न छोड़ी 
जो हमको नसीब नहीं था
वह भी उपलब्ध कराया
अच्छे बिस्तर , अच्छा खाना
सब उपलब्ध कराया
पास नहीं था 
तो उधार लेकर काम चलाया
जाते समय भी उनको कपडे - लत्ते दिए
कोई कसर न छोड़ी 
वह आए तो थे घूमने 
हमारा घर उन्हें सरायघर लगा
बिना खर्च किए आराम से
कोई बात नहीं 
आज वे हमारे मेहमान 
तो कभी हम भी उनके मेहमान 
जाते - जाते वे हमारे घर का बारीकी से निरीक्षण कर गए 
हमारे घर की तमाम बातें चटखारे ले लेकर सुनाया
न्यूज रिपोर्टर का काम कर गए
हम तो उनको अपना समझे थे
वे तो दगाबाज  निकल गये 

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