जाना भी है खाली हाथ
बीच का जो समय हैं
उसमें हम लेन देन
छीनना झपटना
इकठ्ठा संचित करना
धोखा बेईमानी
सच झूठ
गलत सही
सबका सहारा लेते हैं
धन संचित
संपत्ति अर्जित
यह सब पता होते हुए भी
सब यही रह जाना है
साथ कुछ नहीं जाना है
खाली हाथ आए
खाली हाथ जाना
यही जीवन का असली फसाना
न कुछ साथ जाएंगा
सब यही रह जाएंग।
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