Monday, 11 April 2022

क्या लेकर जाएंगे

हम आए हैं खाली हाथ
जाना भी है खाली हाथ 
बीच का जो समय हैं 
उसमें हम लेन देन 
छीनना झपटना 
इकठ्ठा  संचित करना
धोखा बेईमानी 
सच झूठ 
गलत सही
सबका सहारा लेते  हैं 
धन संचित
संपत्ति अर्जित 
यह सब पता होते हुए भी 
सब यही रह जाना है 
साथ कुछ नहीं जाना है
खाली हाथ आए
खाली हाथ जाना
यही जीवन का असली फसाना 
न कुछ साथ जाएंगा
सब यही रह जाएंग। 

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