ये वह कहते हैं
लोग ऐसा कहते हैं
लोग वैसा कहते हैं
है इतनी हिम्मत
सबका मुंह बंद करने की
इस दुनिया में हर तरह के प्राणी
सबका अपना अपना विचार
सबका अपना अपना नजरिया
सबकी अपनी-अपनी सोच
सबका अपना अपना अनुभव
इसमें आपका स्थान कहाँ?
क्यों तवज्जों इनको
आज कुछ तो कल कुछ
कुछ तो कहना है
कहेगे जरूर कहेंगे
बिना कहें बाज नहीं आएंगे
भले आपका उनसे कोई ताल्लुकात न हो
तब क्यों इनकी फिक्र
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