जुग जुग जीओ मेरे बच्चों
प्राणों से प्रिय
तुम सबमें बसती है जान हमारी
तुम खुश तो हम खुश
तुम्हारा ही ध्यान रहता है हमेशा
हर पल उठते - बैठते
जहाँ रहो
खुशहाल रहो
जीओ जी भर कर
खुशियाँ मनाओ मन भर
खा - पीकर मस्त रहो
स्वयं भी हंसो सबको हंसाओ
खुशियाँ बाँटो
हर वर्ष यह दिन इसी तरह आए
सबका आशीर्वाद और प्यार से
तुम्हारे जीवन में आनंद की तरंगें लहराए
No comments:
Post a Comment