जोखिम तो उठाना ही पडता है
जिंदगी तो जुए का खेल है
दांव तो लगाना ही पडता है
यह सही है तो बल्ले बल्ले
जीत हो गई तो क्या कहना
दांव गलत चल दिए तब तो मुश्किल
कभी-कभी सब कुछ खो भी दिया जाता है
सच्चा जुआरी कभी हिचकता नहीं है
उसे लगता है
आज हारा तो क्या
कल जीतेगा भी वही
कितना भरेगा व्यक्ति
या तो जुआ खेलना छोड़ दे
रिस्क लेने से तौबा कर ले
जो है उसी में संतुष्ट
ऐसा होता नहीं है
यहाँ तो पग पग पर दांव चलना पडता है
सबसे बडा तो शादी जो व्यक्ति की जिंदगी का महत्व पूर्ण पडाव
वहाँ भी तो यही बात है
जो जीता वो जीता
जो हारा वह हारा
तब मत घबरा ऐ नादान
चल जा दांव
जो होगा वह देखा जाएगा
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