Saturday, 28 May 2022

यही है दुनिया का खेला

जीवन इतना आसान तो नहीं 
पग पग पर कांटे हैं 
तुमने सोचा होगा
अब तो सारी मुश्किल खत्म 
अच्छे दिन शुरू
ऐसा वास्तव में होता नहीं 

पडोसी से लेकर सोसायटी
सडक से लेकर यातायात 
बस ,गाडी ,ट्रेन से लेकर पैदल 
कुछ न कुछ तो रोज ही घटित 

और कुछ नहीं तो
किसी ने कुछ बोल दिया
व्यंग्य कर दिया
ताना मार दिया
कुछ ईष्या वश कुछ जलन वश 
कुछ नही तो कोई अपनी आदत से मजबूर 
हर जगह आपको चाहे - अनचाहे 
इन सबसे सामना करना पडता है

आप आराम से रहें 
खुश रहें 
यह कोई नहीं चाहता
कभी किसी चीज को लेकर तो कभी किसी चीज को लेकर
घर से बाहर तक
हर जगह 
संघर्ष तो करना ही पडता है
एक पल में माशा एक पल मे तोला
यही है दुनिया का खेला 

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