सर्व व्यापी है
तब अपनी ही नगरी काशी में
ज्ञानवापी में क्यों न विद्यमान रहते
बाबा तो मिल ही गए
नंदी महाराज की प्रतीक्षा पूर्ण हुई
कब से बाबा को पुकार रहे थे
अब जाकर सुन ली
कोई क्या कहता है
उससे हमें कोई मतलब नहीं
बस हमको तो अपने बाबा के दर्शन चाहिए
वह तो हमारा अधिकार बनता है
शिव ही सत्य
शिव ही सुंदर
शिव ही संसार के कर्ता
वे तो विश्वनाथ है
फिर भी भोले हैं
अब तो बाबा ही हमें राह दिखाएंगे
अपने दर्शन का आशीर्वाद देंगे
जय जय भोले
बम बम भोले
जय जय शिवशंभु
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