काशी में भगवान
मथुरा में भगवान
कहीं शिव तो कहीं कृष्ण
इनके बिना तो हमारा अस्तित्व ही नहीं
हिन्दू सहिष्णु हो सकता है कमजोर नहीं
अगर हम कमजोर होते तब आज हमारा असतित्व ही नहीं होता
हमने किसी को कन्वर्ट नहीं किया
धर्म परिवर्तन नहीं कराया
हम तो सदियों से हैं और रहेंगे
क्योंकि मानवता हमारे अंदर है
हमने किसी का धार्मिक स्थल नहीं तोड़ा
हाॅ हमारा अवश्य तोड़ा गया
अगर आज हम उसको वापस मांग रहे हैं तो गलत क्या है
हमने सहा है पर टूटे नहीं
यानि हम कितने कट्टर है अपने ईश्वर के प्रति
कमजोर थे उन्होंने धर्म परिवर्तन किया
हमें तो कोई डिगा ही नहीं पाया
आने वाले समय में जो धर्म प्रेम और मानवता पर टिका है
उसी का बोलबाला होगा
अपने आप लोग अपनाएंगे
न लालच से न बलजबरी से
स्वेच्छा से
इसमें इस्कान का योगदान रहेगा
बस देखते रहिए
हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे।
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