Friday, 3 June 2022

के के को श्रद्धांजलि

मौत कैसे आएगी यह कोई नहीं जानता
अचानक आती है
असमय आती है
दबे पाँव आती है
सबको अचम्भित कर जाती है
कौन जानता था
जो शख्स खडा होकर गा रहा है
लोगों का मनोरंजन कर रहा है
भीड़ उसे सुनने को जुटी है
वही कुछ पल बाद उन्हें छोड़ जाएंगा
किसी ने कल्पना भी न की होगी
होनी को लेकिन कौन टाल सकता है
गाते - गाते के के चले गए 
लोगों को रोते - रोते
जो भी उस दिन वहाँ मौजूद होगा
उस मंजर को भूलना आसान नहीं होगा
जीवन की अनिश्चितता समझ में आ गई होगी
इस गायक को सादर पूर्वक श्रद्धांजलि 
परिवार को सहनशक्ति दे 
    कल हो न हो पर के के हमेशा लोगों के दिलों में रहेंगे। 

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