Saturday, 11 June 2022

जिंदगी का फंडा

आज बारिश की फुहारे  पडी
अच्छा लगा
बहुत समय से इंतजार था
गर्मी से बेहाल सब
अभी तो जम कर बरसे ही नहीं 
छाता - रेनकोट निकलने लगे
समस्या याद आने लगी
क्या -क्या अडचन आएंगी 
कहीं भी आना - जाना मुश्किल 
पिछली बरसात की यादें 

इतना सब होने के बाद भी
उसका आगमन सुखद 
सुकून भरा
हर खुशी में पीछे एक दुख भी खडा रहता है
इंतजार करता रहता है
कब मैं विघ्न डालूं 
परेशान करूँ 

बारिश हो या जिंदगी 
खुशी - गम साथ - साथ
हंसी- रूदन साथ- साथ
सबको साथ - साथ ही चलना है
यही तो जिंदगी का फंडा है 

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