Wednesday, 6 July 2022

मैं बेचारा

मैं पुरूष हूँ 
शक्तिशाली और बलशाली हूँ 
मैं कमजोर नहीं हो सकता
मैं रो नहीं सकता
मैं हार नहीं मान सकता
मैं गलती नहीं कर सकता
मैं बेकार और बेकाम नहीं रह सकता
सारा दारोमदार मुझ पर
हर चीज का जिम्मेदार मैं 
हर चीज का कुसूरवार मैं 
कुछ भी अंवाछित घटित हो
दोषी मैं ही
मेरी हर हरकत पर सबकी नजर
सारी अपेक्षा मुझी से
इस पर खरा उतरने के लिए न जाने क्या क्या करना पडता
कहने को तो मैं घर का मुखिया 
वास्तव में मुझसे बेचारा कोई नहीं 
घर से मारा
ऑफिस से मारा
यहाँ- वहाँ भटका
तब भी मेरी गिनती 
कहीं नहीं 
दोषों से भरा
मैं बेचारा 

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