जब देखों तो कुछ लोग फालतू बातें करते हैं
तुम अच्छी तरह से पेश आओ
शिष्टाचार का पालन करो
सामने पडने पर एक मुस्कान दे दो
बस देखो वह तुम्हारे सर पर चढ जाएंगे
जरा बात क्या कर ली
बगिया उघड़ने लगेगी
ऐसे लोग को पंचायती ही कहा जाता है
यह किसी मानसिक रोगी से कम नहीं
फर्क इतना है कि
यह अस्पताल में नहीं रहते
हमारे आस-पास मंडराते हैं
इनसे ज्यादा संपर्क रखो तो
यह तुम्हें ही बीमार कर जाएंगे
ऐसे लोगों से बचकर रहने में ही भलाई है
तुम उनके जैसे हो नहीं सकते
उनका उल्टा जवाब नहीं दे सकते
तब दूरी बना कर रखे
किसी से ज्यादा हिले मिले नहीं
जब तक उसकी फितरत समझ न आएं
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