Friday, 9 September 2022

पक्षी और मानव

पक्षी की आदत बहुत अच्छी लगती है
वे ज्यादा खाते नहीं 
जितना चाहते हैं उतना ही चुगते हैं 
सुबह-सुबह उठ जाते हैं 
काम पर लग जाते हैं 
रात को भटकते नहीं आराम करते हैं 
अपने बच्चों को सिखाते हैं 
पालते हैं 
अपेक्षा नहीं करते हैं 
जब तक उडते नहीं तब तक देखभाल 
फिर अपनी लडाई लडने के लिए छोड़ देते हैं 
उनके लिए सीमा का बंधन नहीं 
सारा आकाश और सारी धरती में विचरण करते हैं 
उन्हें बेडियाँ पसंद नहीं 
उनमें द्वेष और ईर्ष्या नहीं 
एकता का उत्तम उदाहरण 
झुंड में ही रहते हैं 

मानव पक्षी तो नहीं 
सीख बहुत कुछ सीख सकता है
अगर वह सीखे तो
बहुत सी समस्या अपने आप खतम
पर ऐसा नहीं है
वह अपनी आदत और अपेक्षा के कारण 
ज्यादा परेशान रहता है
जीवन को जटिल बना डालता है
वह पक्षी तो नहीं हो सकता
हाँ उनकी कुछ बातों का अनुसरण करें तो
शायद बहुत कुछ अच्छा हो सकता है 

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