Friday, 23 September 2022

राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा

राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा पर निकले हैं 
अच्छी बात है देशवासियों को समझने का मौका
मन से मन जोड़ने का प्रयास 
अब उन्होंने कितने की शर्ट पहनी
किसके दर्शन नहीं किए
किस विशेष व्यक्ति से मिले 
किस बच्ची का हाथ पकड़ा
यह सब सवाल बेमानी है
वे अपना कार्य कर रहे हैं 
सरकार अपना कार्य करें 
पहले भी यात्राएं हुई है
धरना प्रदर्शन हुआ है
अब उनको पप्पू साबित कर देना
इससे क्या हासिल होगा
भारत का विपक्ष इतना कमजोर 
तब दूसरे देशों पर क्या असर पड़ेगा 
यह सोचने की बात है
राहुल गांधी नेता हैं और सच्चे - सीधे
इसमें कोई दो राय नहीं है
वे लगातार प्रश्न भी उठाते रहे हैं 
पर उनके प्रश्नों का उत्तर न देकर
युवराज  , पप्पू  , माँ- बेटा इत्यादि न जाने क्या-क्या 
निश्चय ही वे जमीन से जुड़े हुए नहीं है 
पर उनकी परवरिश राजनीति के माहौल में ही हुई है
गांधी खानदान में जन्म लेना गुनाह हैं क्या
उनकी विदेश यात्रा पर बवाल
वे घूमने नहीं जा सकते
अपनी नानी से मिलने नहीं जा सकते
उनकी माँ इटली की है
यह सब व्यक्तिगत बेमतलब का आक्षेप 
वे हिन्दू नहीं है
तो उनका फलां ऐसा तो फलां वैसा
कितनी छोटी सोच
हम भारतवासी है जहाँ दुश्मन को भी ऊंचा पीढा दिया जाता है 
वे तो हमारे अपने हैं 
एक भारतीय नागरिक और विपक्ष के नेता
जनता द्वारा चुने हुए प्रतिनिधि 
यह राहुल गांधी का अपमान नहीं जनता का भी अपमान 
उनकी यात्रा विवादरहित होने दें 
क्या पता भारत को एक और मजबूत नेता मिल जाएं 
प्रजातंत्र है 
जितनी सरकार उतनी ही विपक्ष भी मजबूत हो
नहीं तो तब तो तानाशाही हो जाएंगी 
निरंकुश हो जाएंगी 
इतिहास गवाह है 

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