Thursday, 6 October 2022

कृष्ण--8

अनन्तश्चस्मि नागानां वरूणो यादसामहम्। 
पितृणामर्यमा चास्मि यमः संयमतामहम् 


अनेक फणो वाले नागों में मैं अनन्त हूँ 
जलचरों में वरूण देव हूँ 
पितरों में अर्यमा हूँ 
तथा नियमों के निर्वाहकों में मैं मृत्यु राज यम हूँ। 

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