Monday, 31 July 2023

मदिरा और मोबाइल

मदिरा और मोबाइल 
डूब गया इसमें जमाना 
एक बार इन दोनों का हो जाएं नशा
फिर तो छुड़ाए नहीं छूटता
मदिरालय सबको एक करता है
मोबाइल भी सबको एक प्लेटफार्म पर ला खड़ा कर दिया 
जब तक  चखा नहीं शराब तब तक मन लालायित 
मोबाइल जब तक चलाना नहीं जाना तब तक उत्सुक 
जब एक बार मुंह को लग जाएं शराब 
जब एक बार हाथ में आ जाएं मोबाइल 
सारे जहां को भूल जाते सब
न जाने इनके चक्कर में कितने बर्बाद 
रमी खेलते - खेलते भारत - पाकिस्तान के मन मिल जाते
सचिन से मिलने सीमा हैदर आ दमकती
सोशल मीडिया की सुर्खियाँ बटोरती 
शराब पीकर गिरते पडते 
सेल्फी लेते समय गिरते 
दोनों ही जानलेवा 
न बोतल छूट रही न मोबाईल छूट रहा
न जाने कितनों का सर्वनाश हो रहा
सरकार भी क्या करें 
न शराब पर अंकुश न मोबाईल पर
एक रेवन्यु देती है दूसरी तो प्रचार करती है
सोशल मीडिया पर प्रचार और हाथ में दारू की बोतल
बस फिर क्या
सरकार बन गई 
मांस,  मदिरा और रूपया
तब क्यों न कोई जीते भैया 

कनक कनक ते मादकता सौ गुनी अधिकाए 
या खाएं बौराए जग वा पाएं बौराए 

मदिरा पीकर पागल 
मोबाइल पाकर पागल
दोउ मिल दूर करें 
अपने और अपनों से 
न जाने यह नशा मानव को कहाँ ले जाकर खड़ा कर दैगा

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