फिर भी वह किसी को भी डिगा सकती है
पानी का कोई वजन नहीं होता
फिर भी वह बडे से बडे चट्टान के भी टुकड़े कर डालती है
हवा का कोई वजन नहीं होता
फिर भी यह बडे से बडा विध्वंस कर सकती है
किसी को हल्के में मत लीजिए
पता नहीं वह कब भारी हो जाएं
सृष्टि का हर कण अपने में बहुत शक्तिशाली है
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