भोले शिव शंकर कितनी जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं
हुआ यू कि एक चोर , चोरी करने के इरादे से मंदिर में गया
ऊपर पीतल का बडा सा घंटा टंगा था
चोर की नजर उस पर गयी
वह सोचा घंटा उतार कर ले जाऊंगा
आज का जुगाड़ हो गया
वह हाथ ऊपर उठा - उठा कर उतारने की कोशिश की
उतार नहीं पाया
उछल कर भी लेकिन मिला नहीं
अब क्या करें
सोचा शिवलिंग पर ही चढ जाऊं और उतार लूंगा
शिवलिंग पर जैसे ही चढा
भोले शंकर प्रकट हो गए
वह डर गया
हाथ जोड़ खडा हो गया और माफी मांगने लगा
भोले बाबा तो भोले बाबा
उन्होंने कहा
जो मांगना हो मांग
चोर ने कहा , मैंने तो अपराध किया है
शिव जी ने कहा
अरे , लोग तो मुझे बेल पत्र, धतूरा , फल ,फूल ,दूध चढाते है
तूने तो स्वयं को ही चढा दिया
अब इससे ज्यादा क्या
यह है हमारे भोले शंकर की कृपा
जल्दी ही प्रसन्न होने वाले ।
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