Sunday, 23 July 2023

भारतमाता के लाल

एक हम ही है भारतवासी 
जो अपने देश को भारत माता की संज्ञा देते हैं 
नदी को भी माता कहते हैं 
शक्ति की उपासना करते हैं 
बेटी को देवी का स्वरूप मानते हैं 
सीताराम , राधेश्याम और गौरी शंकर 
पत्नी का नाम पहले लगाते हैं 
लक्ष्मी , सरस्वती को धन और विद्या की देवी मानते हैं 

उसी भारत में  सीता हरण भी होता है
द्रौपदी को निर्वस्र करने का प्रयास किया जाता है
अहिल्या को शिला बना दिया जाता है

लक्ष्मी बाई , इंदिरा गांधी इसी भारत माता की संतान
तब भी न जाने कितने निर्भया कांड होते रहते हैं 
सामुहिक बलात्कार,  जलाना , टुकड़े- टुकड़े करना
हमेशा नारी ही टारगेट होती है
चाहे युद्ध हो 
आपस के द्वंद हो
धार्मिक उन्माद हो
यहाँ तक कि छोटी छोटी बात में गाली गलौज में 
माँ,  बहन , बेटी को बख्शा नहीं जाता है
फिर हम अपनी सभ्यता और संस्कृति की दुहाई देते नहीं थकते
अपने आप को विश्व गुरु मानते हैं 
लानत है 

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