Friday, 11 August 2023

सत्ता के लिए

एक जमाना था जब हमें अपने नेताओं के बारे में पता होता था
कुछ दिन पहले काॅलेज के कुछ बच्चों को पूछा गया
उनको पता नहीं कि उनके प्रदेश का मुख्यमंत्री कौन है
राष्ट्रपिता कौन हैं
राष्ट्रपति कौन हैं 
गृहमंत्री कौन हैं 
सही भी है 
आज नेता दल बदल रहे हैं 
पार्टी तोड़ रहे हैं 
नैतिकता  पार्टी के प्रति समर्पण नहीं दिखता
स्वार्थ और सत्ता 
सबको मलाईदार कुर्सी 

आज यहाँ तो कल वहाँ
जिसका पलडा भारी 
जा मिलते वही 
भ्रष्टाचार का नाम लेते हैं और कंठ तक भ्रष्टाचार में डुबे 
अपने को किसी तरह बचाना है
उसके लिए कुछ भी करना है 

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