Saturday, 19 August 2023

खत का दौर

वह दशक अलग था
पत्र का जमाना था
पोस्ट कार्ड,  अंतर्देशी पत्र , लिफाफा , रजिस्ट्री,  तार 
ये माध्यम थे 
अपनी बात पहुंचाने का
संवाद का
आज 21 वी सदी में पदार्पण 
आइ टी , नेट , सोशल मीडिया का जमाना 
वट्सअप,  फेसबुक  , इंस्टाग्राम 
माध्यम कोई भी हो
संबंधों का धागा मजबूत बनाने में सभी की भूमिका 
कल का या आज का
ई - मेल , व्हिडोयों काॅल 
अब तो आमने - सामने बातचीत
इजहार के लिए इमोजी
अब शायद खत , खत्म हो गये हैं या हो रहे हैं 

अब कबूतर जा जा 
फूल तुम्हें भेजा है खत में 
मिले जो खत तेरा
       ऐसे गाने नहीं बनेंगे 
फिर भी वह दौर भी एक हसीन दौर था
खत भेजने और इंतजार में कब समय बीत जात था पता नहीं 
खत का कुछ मजमू हमें आज भी याद है 
कभी-कभी यादों के झरोखे में झांक लेते हैं।       

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