जीवन में जहर कौन घोलता है
कुडा - कचरा कौन डालता है
मल मूत्र कौन विसर्जित करता है
गंदगी कौन फैलाता है
गंदगी फैलाकर साफ करने का जिम्मा कौन लेता है
उसी जल में खडे रहकर आचमन
उसी जल का पान करना
यह कैसी विडंबना
मत साफ करो
एक प्रण ले लो
गंदा नहीं करेंगे
जल का तो काम है
बहना , देना
वह करता रहेगा
आप उससे छेड़ छाड मत करें
वह तो शुभ्र है
स्वच्छ है
जैसा है वैसा ही रहने दे ।
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