Wednesday, 27 September 2023

अपना कान

कौआ कान ले गया 
यह मजाक हुआ करता था 
यह देखने के लिए कि इसके पास कितनी अकल है
कान को तो कोई नहीं ले जा सकता है 
लेकिन कुछ लोग कान के कच्चे होते हैं 
वह दूसरों की सुनी - सुनाई बातों पर विश्वास कर लेते हैं 
ईश्वर ने उन्हें भी कान दिया है वह यह बात भूल जाते हैं 
सब कुछ दूसरों के कहे अनुसार 
अब ऐसे लोग को क्या कहा जाएं 
बिना रीढ़ की हड्डी के जैसे। 

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