स्वर्ग से भी सुंदर
कश्मीर से कन्याकुमारी
प्रकृति की छटा निराली
क्या नहीं है यहाँ
पहाड़, समुंदर और नदियाँ
रेगिस्तान और हरियाली भी
सूरज का डेरा भी प्रथम यही
क्यों जाना है कहीं
मालदीव हो या स्विटजरलैण्ड
उससे कम तो नहीं हमारा लक्षद्वीप
सारे खूबसूरत लैण्ड यहीं पर विद्यमान
पर्वत राज हिमालय
गंगा की पवित्रता
शिव की काशी
कान्हा का वृंदावन
राम की अयोध्या
महावीर और बुद्ध का बिहार
महात्मा का साबरमती
विनोबा का आनंद वन
नेहरू का इलाहाबाद
लखनऊ की फिजा
कश्मीर का डल जो करते सबको फेल
पधारो कहीं भी
हर जगह स्वागत
कोंकण हो या केरल
मुंबई हो या दिल्ली
जरा घूम तो लो मन से
माथेरान - खंडाला
खजुराहो को देखो
मीनाक्षी पुरम को देखो
ताजमहल को देखो
लाल किला और कुतुबमीनार
इन सबका भी करो दीदार
एक से बढकर एक है
हम नहीं किसी से कम हैं
सारे जहां से अच्छा वतन हमारा
सैर करो जरा मन से नहीं करो किनारा
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