कितना भी उडो
अपनी जडो से जुड़े रहो
पतंग जहाँ मांजा से नाता तोड़ती है
धडाम से जमीन पर आ गिरती है
गर्व और घमंड से बचे रहें
आपकी डोर किसी और के हाथ है
वह यहां- वहां
इस दिशा उस दिशा
मनचाहे उडा रहा है
गफलत में न रहें
सब कुछ आपके हाथ में नहीं है
विकास की ऊंचाई पर जाएं
ऊपर चढते समय नीचे का ध्यान रखे
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