लोग बदल रहे हैं
विचार बदल रहे हैं
नहीं बदला तो
मातृभूमि का प्यार
कहीं न कहीं मन के किसी कोने में
यह प्यार हिलोरे लेता है
उस प्यार के साथ जुड़ा है
हमारे अपनों का त्याग
खून से सींचा है इस मिट्टी को
उनका बलिदान
अपने प्राणों की आहुति दे दी
हंसते हंसते फांसी के फंदे पर झूल गये
स्वतंत्रता की सुबह उन्होंने नहीं देखी
स्वार्थी नहीं थे ना वे
अगर वो केवल अपना सोचते तो ??
क्या आजादी मिलती
समय बदला है
समष्टिवाद की जगह व्यक्ति वाद ने लिया है
बस अपना देखना है
व्यक्ति धर्म, राज धर्म, समाज धर्म सब गया भाड में
हमें तो अपने से मतलब है
अपना घर - परिवार मालामाल करना है
अगर यही सोच है
तब इन पर एक दृष्टि डालो
सोचो उनके बारे में
उनकी जवानी उनकी कुर्बानी
कहीं उनको न भूल जाना
तरक्की की राह में चलते
इन नींव की ईंट को मत बिसराना
ये थे तभी हम हैं
यह बात सब याद रखना
आज तो इनका दिन है
जरा याद इन्हें भी कर लो
हाथ जोड़ नमन कर लो
कह दो
हम न भूले हैं कभी
न भूलेगे कभी
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