हर रंग अपने में परिपूर्ण रहता है
पर साथ मिलकर वह और निखरता है
हर रंग की अपनी महत्ता
साथ मिलकर कर जब रंग बिखेरते हैं
तब उनकी छटा निराली हो जाती है
वह इंद्रधनुषी रंग सबको भाता है
सब देखने को लालायित
यही तो सीखना है रंगों से
साथ रहकर जो आनंद
वह अकेले में कहाँ
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