अपने बारे में भी सोच ले
अपनों के बारे में तो सोचते रहें
अपने को ना भूल जाएं
जब हम ठीक रहेंगे
तभी तो सोचेगे
दिल - दिमाग काम करेगा
कुछ नया करने का मन होगा
अभी से हार मान लेना
संघर्षों से दो - चार हाथ भी तो करना है
अपनों पर आई बाधा को दूर करना है
अपने बारे में सोचते सोचते
फिर अपनों के बारे में ही सोचने लगे
क्या करें दिल जो है वह मानता ही नहीं।
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