Friday, 5 April 2024

प्यार के नाम पर

बात कपड़े पहनने की थी 
हमेशा मार्डन रहने वाली से पति ने कहा
मेरे लिए क्या इतना भी नहीं कर सकती हो
उसने मुस्कराकर मान लिया
बात खाना बनाने की थी जो उसकी रूचि में समाविष्ट नहीं 
पति की फर्माइश थी 
तुम्हारे हाथ का अच्छा लगता है
उसने दुनिया भर के व्यंजन सीख लिए
ऐसे ना जाने कितनी अपने को बदल लेती है 
कब पति की पसंद उसकी पसंद हो जाती है 
उसे पता ही नहीं चलता और 
वह असतित्व और व्यक्तित्व दोनों समाप्त कर कठपुतली बन जाती है प्यार के नाम पर 

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