Friday, 10 January 2025

जरा सा खुद को

जरा खुद को शीशे में निहार लूं
चेहरे को सजा लूं
चांदी वाले केशों को संवार लूं
रंगों से प्यार कर लूं
चटक रंगों को अपना लूं
सुंदर वस्त्र धारण कर लूं
स्वयं पर इतरा लूं
अपने सौंदर्य को देख झूम लूं
अपनी आवाज का जादू बिखेर दूं
जरा रुक कर
अपनी बढ़ती उम्र का सम्मान कर लूं 
हर पल को जी भर जी लूं 

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