Monday, 27 January 2025

हमसे अच्छा कोई नहीं

तुमने मोहब्बत तो बहुत की 
शायद करते भी हो 
यह तुम्हारी सोच
यह तुम्हारा अंदाज
दूसरे से तुम्हें कोई फर्क नहीं
उसको क्या महसूस होता है
क्या महसूस कराया 
क्या महसूस कराते हो 
कभी तुम्हारी नजर में उसके लिए इज्जत रही 
शायद कभी नहीं 
अधिकार हमेशा रहा 
समय-समय पर उसका उपयोग भी तुमने किया 
जलील करने का पल कभी न गंवाया 
तुम अपने को अच्छे साबित करने के चक्कर में
तोहमत लगाते रहें
हम हंसकर सहते रहे 
विरोध करने का साहस नहीं हुआ 
अपनों की मजबूरी आड़े आते रही 
तुम मनमानी करते रहें
जी भर कर मजबूरी का फायदा उठाते रहें
हम मुस्कराते रहें 
तुम प्यार नहीं कर्तव्य पालन कर रहे थे 
हम भी वही कर रहे थे 
जहाँ इज्जत और सम्मान नहीं 
उस दिल में मोहब्बत का वास नहीं होता 
प्यार करने वाला इज्जत देता है मन से 
दिखावा नहीं करता
अब भी तुम्हारी सोच वही 
हमसे अच्छा कोई नहीं 

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