पी लो विष हलाहल
नहीं करो किसी से शिकवा - शिकायत
क्या गिला औरों से जब अपने ही न हुए हमारे
बन जाओ भोले बाबा
जो प्रसन्न होता है वह प्रसन्न रहें
न रहे कोई बात नहीं
तीसरा नेत्र अपने पास अवश्य रखो
कोई आँख न दिखा सके
अपने को शक्तिशाली बनाओ
कमजोर की यहाँ कोई पूछ नहीं
डार्विन को याद रखो
Survival of the fittest
शक्तिशाली को ही जीवित रहने का अधिकार
हर बड़ी मछली छोटी को निगलने को तैयार
दुनिया के समंदर में बखूबी तैरना आना चाहिए
जहर और अमृत दोनों को धारण करने की क्षमता रखो
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