परत दर परत उधड़ती रही
खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही
मन कसैला सा हो गया
स्वयं से प्रश्न किया
इससे क्या लाभ
जवाब मिला
कुछ नहीं
मन अशांत होगा
दिमाग खराब होगा
स्वास्थ्य पर असर होगा
टेंशन बढ़ेगा
बीमारियां सर उठाएगी
तो बस
मत उधेड़ो
जहां तक उधड़ा है उसको फिर से सील दो
अतीत में जीने - मरने से क्या होगा
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