Thursday, 20 February 2025

दर्द

दर्द का दर्द से रिश्ता होता है 
जिसने झेला ही नहीं 
वह क्या जाने 
दर्द क्या होता है 
जब तन - मन आहत होता है 
तब दर्द होता है
दिल दुखता है
जब अपनों को दर्द होता है 
उस दर्द का एहसास हमें भी होता है 
दर्द उसको पीड़ा हमको 
स्वयं का दर्द सह भी ले 
किसी अपने का दर्द नहीं सहा जाता 
दर्द दिखता नहीं
पर जीवन झकझोर कर रख देता है
सब कुछ उथल-पुथल कर डालता है 
सारे सपने - आशाएं तोड़ डालता है 
एक भिकारी से भी बदतर कर डालता है 
किससे कहे 
किसे दिखाए 
कौन समझे 
मेरा दर्द न जाने कोई 
सुख के सब साथी 
दुख का न कोई 

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