Monday, 14 July 2025

गुजरने के पहले

कभी नर्म कभी गर्म
ये है शरीर का धर्म 
तुम करो अपना कर्म 
उम्र ने दी है दस्तक 
अब छोड़ दो सब झंझट 
क्या करना है दस्तावेज का 
अब बस अपना ध्यान रखो 
चिंता करने की अब शक्ति नहीं 
चिंता कर चित्त हो जाओगे 
उन्हीं पर बोझ बन जाओगे 
जिसके लिए चिंतित हो 
समय को समेट लो
बस अब अपने लिए 
कुछ समय तो गुजार लो जीवन संग 
हंसकर- बोलकर 
समय के साथ तो सब गुजर जाना है 
गुजरने के पहले हर पल जी लो 

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