हारने में भी खुश होना
बल्कि मौका मिले तो जान बूझकर हार जाना
वह अपनी संतान से
अच्छा लगता है
गर्व और गुरुर होता है
जब वह हमसे आगे निकलती है
जिंदगी की रेस में हम उसे सबसे आगे देखना चाहते हैं
अपने से भी
उस खुशी को बयां नहीं कर सकते
भावनाओं का खेल हैं
यह वही समझेगा
जो हारा है
हंसना आता है
जब वह हमें सिखाती है
कुछ भी आता नहीं है या अक्ल ही नहीं है
वह भी सुनने का मजा
नहीं जीतना है उससे
यह हार भली है प्यारी है
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