Saturday, 16 August 2025

Happy Janmashtami

आज तो यशोदोत्सव है 
माॅ यशोदा के लाला का जन्मोत्सव 
त्रिलोक के स्वामी जिसकी गोद की शोभा हो 
ऐसा सौभाग्य। 
जिसकी गोद में भगवान स्वयं पहुंचे 
बिना जन्म दिए कान्हा की माता बनी 
और वह भी जिसके आगे तो कृष्ण भी चित्त 
तो आज का दिन तो उनका है
जन्म देने वाली ही माॅ नहीं होती 
ममता बड़ी होती है 
देवकीनंदन तो वे जन्म जात है 
लेकिन यशोदानंदन तो स्थायी रूप से है 
माता - पुत्र का यह बेजोड़ प्रेम 
हर मिथक को झुठला देता है 
माँ बस मां होती है 
उसकी ममता उसका प्यार सर्वोच्च 
Happy Janmashtami 

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