Sunday, 21 September 2025

कर्म करते रहें

मैं तो सभी का हूँ 
मेरा कौन है 
सोचने लगा 
देखा आसपास 
अपनों में ढूंढा 
रिश्तेदारों में ढूंढा 
कहीं ऐसा कोई नहीं दिखा 
कोई न मिला 
जिसे पूर्ण रूप से अपना कह सकूं
बनाना भी चाहा पर बात नहीं बनी 
अब समझ आया 
इसको बनाना नहीं पड़ता है 
वो तो अपने आप बना है 
जो तुम्हारा है 
हर हाल में तुम्हारा ही रहेंगा 
जो नहीं हैं 
लाख जतन कर लो 
मन से कभी साथ न हो जाएंगे 
एक ही है 
जो तुम्हारा हर हाल में है
उससे ही नाता जोड़े रखो 
हर मुश्किल आसान करेंगा 
हमेशा हाथ थामे रखेगा 
बस विश्वास रखना 
अपने को पूर्ण समर्पण कर देना 
जिंदगी जिसने दी है 
उसने कुछ न कुछ सोचा ही होगा आपके लिए 
बस कर्म करते रहें 

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