मेरा कौन है
सोचने लगा
देखा आसपास
अपनों में ढूंढा
रिश्तेदारों में ढूंढा
कहीं ऐसा कोई नहीं दिखा
कोई न मिला
जिसे पूर्ण रूप से अपना कह सकूं
बनाना भी चाहा पर बात नहीं बनी
अब समझ आया
इसको बनाना नहीं पड़ता है
वो तो अपने आप बना है
जो तुम्हारा है
हर हाल में तुम्हारा ही रहेंगा
जो नहीं हैं
लाख जतन कर लो
मन से कभी साथ न हो जाएंगे
एक ही है
जो तुम्हारा हर हाल में है
उससे ही नाता जोड़े रखो
हर मुश्किल आसान करेंगा
हमेशा हाथ थामे रखेगा
बस विश्वास रखना
अपने को पूर्ण समर्पण कर देना
जिंदगी जिसने दी है
उसने कुछ न कुछ सोचा ही होगा आपके लिए
बस कर्म करते रहें
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