अगली बार नहीं होगी
यह सोचकर
अगली बार फिर दूसरी गलती
ऐसे ही समय गुजर गया
तुम गलती करते रहे
हम माफ करते रहे
या यू कहें
भूलते रहे
माफी मांगना तो तुम्हारे स्वभाव में नहीं
बल्कि गलती मानना भी नहीं
अब हो गया जाने दो
ऐसे जाने दो
जाने दो
करते रहे
जिंदगी भी अपनी गति से जाती रही
रात गई बात गई
उस रात के बीच सुबह तक का जो समय
वह नहीं जाता
सुबह ऐसे ही नहीं हो जाती
रात और सुबह के बीच
बहुत कुछ घटता है
वह नहीं भूलता
जिसने गलती की है वह तो भूला
जिसने परिणाम भुगता
वह कैसे भूले
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