Tuesday, 23 September 2025

ख्वाब देखो

ख्वाब देखना बुरा नहीं
ख्वाब दिन में 
ख्वाब रात में 
ख्वाब बुनने में 
ख्वाब साकार करने में 
बहुत कुछ लगता है 
यह तो उसी को पता 
जिसने ख्वाब देखा हो 
टूटता भी है 
हर ख्वाब पूरा हो 
कोई टूटे नहीं 
ऐसा नहीं होता 
टूटने पर देखना क्यों छोड़ना 
देखते रहो 
ख्वाब पूरा हो तब अच्छा
न हो तो दूसरा 
बस छोड़ना नहीं 

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