Saturday, 12 December 2020

बस हो चुका Work from home

Work  from  home
बहुत हो चुका
अब तो कुछ रियायत मिले
ऑफिस में काम का अवसर मिले
बाहर से आओ
तब तो घर , घर लगता है
हमेशा घर में ही रहो
तब यह बोझ लगता है
न कोई मनमानी
न कोई गाॅसिप
न काॅफी और चाय की चुस्कियां
न कोई बहाना
हर दम पत्नी का ताना
बच्चों का मिमियाना
अब तो लगता है यह शामियाना
सुबह उठते ही घर काम
फिर वर्क फ्राम होम
घर में घर की फीलिंग गायब
ऑफिस जाना है क्या ?
घर में तो ही रहना है
कौन सा ट्रैवल करना है
घर में भी थोडा हाथ बटाओ
ऑफिस का अलग नुक्शा
ट्रेवलिंग का टाइम बचता है
तब ज्यादा काम करने में क्या हर्ज है
सब जगह फर्ज की दुहाई
इससे तो ऑफिस जाने में ही भलाई

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