तुझको को देखा नहीं
हां इसको तुझसे कुछ मांगते हुए जरूर देखता हूँ
वह भी अपने लिए नहीं मेरे लिए
हंसी आती है इस पर
सब कुछ तो यह पूरा करती है
नाज - नखरे उठाती है
यह तो कुछ भी कर सकती है मेरे लिए
किसी से भी लड़ सकती है
अगर तूने इसके हाथ में अधिकार दिया होता
मेरा भाग्य लिखने का
तब तो शायद बात ही कुछ और होती
एक कंकड़ भी नहीं चुभ पाता
यह अपने ऑचल में ही छुपाकर रखती
मुझे काम ही नहीं करने देती
अपने ऑंखों से ओझल नहीं होने देती
तू भी यह बात जानता है
बेटा है न किसी का
उसके बिना तो तू भी नहीं आया
सबने भले भगवान को भगवान माना
मां ने तो बेटा ही माना
उसकी नजर भी उतारी
डाटा भी मारा भी
उसको तेरे मुंह में ब्रहांड नहीं दिखा
मिट्टी जो खाया वह दिखा
तूने भी जाना होगा उसे
हमारी इच्छा भले न पूरी करता हो
माँ की तो जरूर सुनता है
तभी तो मैं तुझसे कुछ मांगता ही नहीं
माँ है ना मेरी