लक्ष्मी का स्वरूप
घर की रौनक
बेटी सबकी हितचिन्तक
परिवार की
माता - पिता की
भाई - बहन की
बस समझो उसकी अहमियत
निस्वार्थ प्रेम से लबालब
उसके जैसा कोई नहीं
प्यार दो सम्मान दो
घर की सबसे महत्वपूर्ण सदस्य
उसका अपमान मत करना
परिवार को संभालना और संवारना
उसे मिली है विरासत में
बस उसको मन से अपनाओ
घर - परिवार लहलहाता रहेगा