बेटा हमारा यूरोप मे
बेटी दिल्ली मे
यहाँ बस हम दोनों
बेटे दामाद दफ्तर मे मशगूल
बेटी बहू भी कामकाजी
मदद के लिए आ जाओ
पर हम उसको चतुराई से टाल देते
क्योंकि हम यहाँ एन्जॉय करते हैं
सुबह कोई आपाधापी नहीं
यह पेपर पढ़ते
मै किताबें पढ़ती या कुछ लिखती
पीछे कारंवा के सदाबहार गाने
मन लौट जाता पुराने दिनों की तरफ
उसे याद कर खूब हंसते
ठहाके लगाते
क्योंकि हम दोनों ही जो हैं
इनको फिल्मों का शौक
टेलीविजन के सामने बैठते
मैं दोपहर भर नींद लेती
बाद मे चाय की चुस्कियां
ले तरोताजा हो अच्छी तरह तैयार होते
क्योंकि हम दोनों ही जो हैं
सांझ हुई कि नीचे टहलकदमी करने जाते
पानीपुरी का आनंद लेते
कटिंग चाय का आस्वाद ले
घर आते
कभी घर तो कभी होटल के
खाने का आनंद लेते
क्योंकि हम दोनों ही जो.हैं
कभी बेटे का तो कभी बेटी का फोन आता
वह शिकायत करते
पर हम बहाना बना टाल जाते
समय नहीं है
फिर कभी ,कह धीरज बंधाते क्योंकि हम दोनों ही जो हैं
रिश्तेदारों के यहाँ जाकर आते
शादी समारोह मे जाते
जो भी नया बना
उसे देख आते
इधर -उधर जो भी रह गया
वहाँ घूम आते
क्योंकि हम दोनों ही जो हैं
नहीं जिम्मेदारी किसी की
नहीं किसी की शिकायत
नहीं कोई अड़चन
मस्त जीवन जी रहे
क्योंकि हम दोनों ही जो हैं
झगडे हमारे भी होते हैं
न जाने कितनी पुरानी बातों को कुरेदते
बाद मे हँसते मूर्खता पर
झगड़े का न कोई ओर छोर
उसे फिश अच्छा लगता
मुझे पकौड़ा
वह हम हमेशा ले आते
खाने का झंझट नहीं
अपने मनपंसद का खाना
मृत्यु की याद़ हम करते नहीं
पार्टी करते
पिकनिक जाते
समय अभाव नहीं
तब मित्र भी भरपूर
पैसे की अब कमी नहीं
बच्चों के कारण मन मारने की मजबूरी नहीं
वह खुश है अपने संसार मे
यह जानकर तसल्ली मे जीते
बच्चों से अपने मौज मस्ती की बाते छुपाते
खिलखिलाकर हंसते
क्योंकि हम दोनों ही हैं
हम दोनों ही हैं
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