नेपाल का एक बिछड़ा बच्चा नाम उसका - जीत बहादुर ,
बहादुरी से जीता उसने दिल नरेंद्र मोदी का ,
मासूम , भोला , नादान ,
किया उसके जीवनयापन और शिक्षा का प्रबंध मोदी ने ,
आज वह दस साल का बच्चा बड़ा हो गया है ,
छोटे भाई को बड़े भाई ने जतन से संभाला ,
इसीतरह नेपाल भी भारत का छोटा भाई,
इस संबंध को संभाल कर रखना है ,
गोरखाओं ने राष्ट्रीयता निभाई है ,
बहादुरी, स्वामी भक्त मिसाल रहे है वह ,
सतराह साल बाद मोदी जीने नेपाल की यात्रा कर उनको अपनेपन की याद दिला दी ,
न नेपाल भूलेगा मोदीजी की यात्रा को,
और न मोदी भूलेंगे उनका इस तरह स्वागत सत्कार को,
आशा है दोनों देशो की मैत्री इसी तरह चलती रहेगी।
बहादुरी से जीता उसने दिल नरेंद्र मोदी का ,
मासूम , भोला , नादान ,
किया उसके जीवनयापन और शिक्षा का प्रबंध मोदी ने ,
आज वह दस साल का बच्चा बड़ा हो गया है ,
छोटे भाई को बड़े भाई ने जतन से संभाला ,
इसीतरह नेपाल भी भारत का छोटा भाई,
इस संबंध को संभाल कर रखना है ,
गोरखाओं ने राष्ट्रीयता निभाई है ,
बहादुरी, स्वामी भक्त मिसाल रहे है वह ,
सतराह साल बाद मोदी जीने नेपाल की यात्रा कर उनको अपनेपन की याद दिला दी ,
न नेपाल भूलेगा मोदीजी की यात्रा को,
और न मोदी भूलेंगे उनका इस तरह स्वागत सत्कार को,
आशा है दोनों देशो की मैत्री इसी तरह चलती रहेगी।
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