दिवाली के छटे दिन मनाया जाने वाला छट पर्व,
षष्टी माता की पूजा पुरे पवित्र मन से,
जिसमे गलती से भी गलती नहीं होना चाहिए,
सूर्य का महत्व, भगवान भास्कर की उपासना,
उगते हुए सूर्य का ही नहीं, अस्त होते हुए सूर्य की भी पूजा अर्चना,
अगर सूर्य भगवान न हो तो संसार के जीवो की हालत की कल्पना भी नहीं की जा सकती,
धार्मिक ही नहीं कितना वैज्ञानिक दृश्टिकोण है हमारे पूर्वजो का,
भगवान भास्कर को कोटि - कोटि नमन।
षष्टी माता की पूजा पुरे पवित्र मन से,
जिसमे गलती से भी गलती नहीं होना चाहिए,
सूर्य का महत्व, भगवान भास्कर की उपासना,
उगते हुए सूर्य का ही नहीं, अस्त होते हुए सूर्य की भी पूजा अर्चना,
अगर सूर्य भगवान न हो तो संसार के जीवो की हालत की कल्पना भी नहीं की जा सकती,
धार्मिक ही नहीं कितना वैज्ञानिक दृश्टिकोण है हमारे पूर्वजो का,
भगवान भास्कर को कोटि - कोटि नमन।
No comments:
Post a Comment