१४ नवंबर, बाल दिवस, भारत के प्रथम प्रधानमन्त्री जवाहरलाल नेहरू का जन्म दिवस,
आधुनिक भारत का सपना देखने वाले, विदेशो में अपनी एक अलग पहचान बनाने,
शान्ति का सन्देश देने वाले, बच्चो के प्यारे चाचा नेहरू के योगदान को नाकारा नहीं जा सकता,
नामी - गिरामी बैरिष्टर मोतीलाल के बेटे जवाहर ने आज़ादी के लिए सारी सुख - सुविधाये छोड़ जेल गए,
अपना घर आनंद भवन देश को समर्पित किया,
परिस्तिथियों के अनुसार निर्णय शायद उस समय की मांग हो,
जो आज बराबर न लगती हो,
लेकिन आधुनिक भारत के निर्माता पंडित नेहरू के योगदान और महत्व को नाकारा नहीं जा सकता,
केवल मोतीलाल के ही बहुमूल्य रत्न - जवाहर नहीं बल्कि सारे देश के लिए जवाहरलाल बहुमूल्य है।
Child is the fathar of nation
आधुनिक भारत का सपना देखने वाले, विदेशो में अपनी एक अलग पहचान बनाने,
शान्ति का सन्देश देने वाले, बच्चो के प्यारे चाचा नेहरू के योगदान को नाकारा नहीं जा सकता,
नामी - गिरामी बैरिष्टर मोतीलाल के बेटे जवाहर ने आज़ादी के लिए सारी सुख - सुविधाये छोड़ जेल गए,
अपना घर आनंद भवन देश को समर्पित किया,
परिस्तिथियों के अनुसार निर्णय शायद उस समय की मांग हो,
जो आज बराबर न लगती हो,
लेकिन आधुनिक भारत के निर्माता पंडित नेहरू के योगदान और महत्व को नाकारा नहीं जा सकता,
केवल मोतीलाल के ही बहुमूल्य रत्न - जवाहर नहीं बल्कि सारे देश के लिए जवाहरलाल बहुमूल्य है।
Child is the fathar of nation
बच्चा राष्ट्र का पिता हाेता है
भविष्य अगर अच्छा बनेगा तो देश का विकास होगा
शिक्षा का राजनीति करण नहीं होना चाहिए
सरकारें आएगी और जाएगी पर ईतिहास के साथ खिलवाड नहीं होना चाहिए
भारत के निर्माण में इन महान नेताओं की महत्तव पूर्ण भूमिका रही है
फिर वह चाहे बापू हो ,पटेल हो तिलक हो या नेहरू
सब ने साथ मिलकर लडाई लडी थी
वैचारिक मतभेद तो होते हैं पर योगदान सभी का है
नेहरू भी उसी में एक हैं ,भारत के पहले प्रधानमंत्री के योगदान को भूलाया नहीं जा सकता .।
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