मैं पेड हूँ ,तुम्हारा सच्चा साथी
मैं तो तुमसे पहले से ही विद्यमान हूँ
संसार में मुझसे पहले - पहल ही तुम्हारा परिचय हुआ
मेरी ही छाया के नीचे तुम्हारा जन्म हुआ
मुझसे ही बँधे झूले में झूलकर बडे हुए
मेरे ही वायु से सॉस ली
मेरे ही अन्न - जल से बडे हुए
मैं तो सदियों से तुम्हें विकास करते देख रहा हूँ
मुझसे ही गिरे हुए फल ने न्यूटन को गुरूत्वाकर्षण का सिँद्धात दिया
मुझे ही जलाकर खाना बनाना सीखा
मैंने तुम्हारी हर रूप में मदद की
तुम्हें फल - फूल ,लकडी न जाने कितनी तरह से
तुमने मुझे पत्थर मारा तो मैंने फल - फूल बरसाए
तुमने मुझे कॉटा तो मैं तुम्हारे घर का फर्नीचर बन शोभा बढाई
ताडपत्तों से लेकर कागज तक हर विकास में मैं तुम्हारा सहभागी रहा
मुझसे ही बनाए गए पन्नों पर तुमने लिखना सीखा
तुमने तो बहुत तरक्की कर ली है
रेलगाडी से लेकर हवाईजहाज की उडान तक
बैलगाडी और घोडागाडी से आज चमचमाती कार तक
जो रोज धुएं उगल रही है और मेरा सॉस लेना मुश्किल कर रही है
रूई तो मैंने दिया कपडा बनाने और तन ढकने के लिए
पर मिले और कारखाने मुझे ही ढेर कर रही है
विकास करना अच्छी बात है पर दूसरे को नष्ट कर नहीं
तुम्हारी तरह मुझमें भी जीवन है
दूसरे भी जीव - जंतु है
सभी से यह पृथ्वी बनी है
सभी ईस धरती मॉ के बच्चे हैं
पर तुम तो सबका हक छीन रहे हो
सबको नष्ट कर तुम भी तो नहीं जी पाओगे
पर्यावरण बचाओगे तो तुम भी बचोगे
ये जंगल ,नदियॉ ,झीले ,पर्वत ,समुद्र
पशु - पक्षी , शेर ,बाघ ,हाथी और सर्प भी
सबको जीने दो ,तुम खुशहाल रहोगे
नहीं तो सीमेंट और कांक्रीट के जंगल में ही सिमट जाओगे
प्राणवायु भी नहीं मिल पाएगी
फिर क्या करोगे अपने को कोसने के अलावा
अभी भी समय है सोचने और करने का
पेड लगाइए ,वह आगे भविष्य में भी आपकी मदद करेगा ,जैसे अब तक किया है
प्राकृतिक संपत्ति को संभाल कर खर्च कीजिए
जल को बचाना है ,नदी को साफ रखना है
प्लास्टिक से बचना है
ऐसा करोगे तो आप भी बचोगे और हम भी
जैसे मैं सदियों से आपका साथी रहा हूँ
आगे भी रहूंगा
मुझसे अच्छा और निस्वार्थी दोस्त कहॉ मिलेगा
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Saturday, 4 June 2016
पर्यावरण बचाओगे तो जीवन भी बचेगा
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