Sunday, 5 June 2016

30; जून --- सोशल मीडिया डे

आज सोशल मीडिया का जमाना है
हर कोई इससे जुडा है
जाति ,धर्म, प्रांत ,भाषा ,देश ,दुनियॉ के बंधन से मुक्त
अमीर- गरीब ,छोटा - बडा
कितना परिवर्तन आ गया है
लोग एक - दूसरे के करीब आ गए हैं
सारे संसार को जोड दिया है
कुछ की शिकायत है कि लोग उससे ही चिपके रहते हैं
अपनों को नजरअंदाज करते हैं
तो अपनो को याद करने के लिए सोशल मीडिया जिम्मेदार नहीं ,हमारा अपना मन
सोशल मीडिया की उपयोगिता ------
पढते - पढते हम लिखने लग गए
मन की भावनाएं व्यक्त करने लग गए
सुंदर  - सुंदर चित्र और नजारा देखने लगे
फोटों खीचने लगे ,सुंदरता को कैमरे में कैद करने लगे
अपनी बात लोगों तक पहुँचाने लगे
नए दोस्त बनाने लगे
समाचार की खबर मालूम होने लगी
पाक कौशल जैसे कला कौशल हासिल होने लगे
राजनेताओं तक अपनी बात रखने लगे
व्यंग द्वारा जवाब देने लगे
बच्चों की पढाई से लेकर औषधि तक की जानकारी
सुबह की गुड मार्निग से लेकर गुड नाइट तक
हर दिन का महत्तव पता चलने लगा
उपदेश से लेकर सलाह तक मिलने लगी
बहिष्कार से लेकर बडप्पन सब कुछ
मन की भडास निकालने से लेकर निराशा के बादल छाटने तक
अकेलापन का साथी बन गया
स्वयं का महत्तव समझाया और अपनी सुंदरता को निखारने - इतराने का मौका मिला
बिछडे हुए को मिलाने का साधन बना
क्या कुछ नहीं दिया इसने
बस एक बटन दबाते ही सब हाजिर
विज्ञान की अनमोल वरदान है बस इसका इस्तेमाल सही तरीके से किया जाय
रोजी - रोटी का साधन बन गया है
कितनों को नई जिंदगी दी और अपने पैरों पर खडा किया
गुमनाम लोगों में आशा की किरण जगाई
सोशल मीडिया को इन सब के लिए बहुत  - बहुत बधाई.

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